पलामू जिले के मनातू प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मंझौली पंचायत के जसपुर गांव में आंगनबाड़ी सेविका चयन को लेकर जाति सर्वे और अनदेखी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि सेविका चयन प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी की गई है।जिससे पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।इस सबंध में शंकर सिंह,बिक्की सिंह,जितेंद्र रजक, मुनिया देवी, राजेश सिंह, अखिलेश सिंह, छोटू कुमार रवि, प्रमिला देवी, बैजनाथ राम, रामप्रवेश सिंह, रघुनंदन राम, कमेश राम, चैतू सिंह, मथुरा सिंह, संजय रजक, जुगेश सिंह, संगीता देवी, शंकर राम, दिनेश कुo रवि सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जिले के उपायुक्त,उप विकास आयुक्त,और मनातू प्रखंड विकास पदाधिकारी को हस्तारक्षयुक्त आवेदन सौंपेंगे।
ग्रामीणों ने बताया की जसपुर में दो आंगनबाड़ी सेंटर है।सेंटर टू में ओबीसी का चयन हुआ था।ओ भी दूसरे पंचायत का हैं।और अभी सेंटर वन का चयन होना था।जो टाल मटोल कर और फर्जी तरीके से ओबीसी के ही व्यक्ति को चुना गया हैं।जो सरासर गलत हैं।सेंटर टू के सेविका गलत सर्वे कर ओबीसी का संख्या ज्यादा दिखा दिया।
ग्रामीणों का कहना हैं की जिसका चयन हुआ है।ओ रंगेया पंचायत से सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठा रही हैं।और मंझौली पंचायत के जसपुर गांव में नहीं रहती है।रंगेया पंचायत के टंडवा गांव में रहती है।
दर्जनों ग्रामीणों ने मांग किया है।सर्वे का काम फिर से किया जाए।और चयन को रद्द कर पुनःनिष्पक्ष तरीके से चुनाव कराया जाय।ग्रामीणों ने जिले के उच्च अधिकारियों से इस पुरे मामले को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई और पुनःचयन की मांग की है।
इस मामले में महिला पर्यवेक्षिका लीलावती कुमारी ने कहा की ग्रामीणों के द्वारा शिकायत मिला हैं।साथ ही चुनावीं प्रक्रिया को स्थगित करते हुए जांच की जा रही है।
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